सिलिकोसिस रोग क्या है| Silicosis Rog Registration Form 2025 पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना
इस आलेख मे सिलिकोसिस पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना,सिलिकोसिस रोग क्या है, Silicosis Rog की रोकथाम के लिये नियोक्ता द्वारा किये जाने वाले उपाय,सिलिकोसिस रोग से पीड़ित मरीजों के खाते में आएगी सहायता राशि,सिलिकोसिस पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना पात्रता एवं शर्ते,सिलिकोसिस पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना हेतु आवेदन की समय सीमा,सिलिकोसिस पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज, के बारे में विस्तार से बताया गया।
Silicosis Rog पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना:-सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित श्रमिकों को तीन लाख रूपए तक सरकार आर्थिक सहायता देगी। इसके अलावा सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित श्रमिक एवं उनके परिवारजन को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। इस संबंध में श्रम विभाग द्वारा मंत्रालय से अधिसूचना जारी की गई है। राज्य के असंगठित श्रमिक तथा उनके परिवार के सदस्यों में से किसी को सिलिकोसिस बीमारी होने की पुष्टि हुई हो, उनको योजना के तहत लाभ मिलेगा।
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Silicosis Rog क्या है :-
Silicosis’ नामक Rog व्यवसाय से संबंधित होता है जोकि धूल में मौजूद सिलिका के कणों के कारण मनुष्यों में हो सकता है। भले ही इस रोग के बारे में आज बात की जा रही हो परंतु यह रोग अत्यंत पुराना है। यह रोग क्षेत्र विशेष में नहीं सिमटा होता है, बल्कि यह पूरे विश्व में व्याप्त है और हर साल इसके चलते हजारों लोगों की जानें जाती हैं। यह फेफड़ों से जुड़ा एक रोग होता है।
Silicosis Rog सिलिका मिश्रित धूल के संपर्क के कारण होता है। इसलिए व्यक्ति जितने लम्बे समय तक सिलिका मिश्रित धूल के संपर्क में रहता है, उतना ही अधिक इस रोग के चपेट में आता है। ऐसा तभी होता है जब उनका कार्य स्थल ऐसा हो, जहाँ पर उन्हें चट्टानों को तोड़ना हो, रेत एकत्रित करना हो, पत्थर, अयस्क आदि को तोड़ना या बारीक चुरा करना शामिल होता है। इन सभी कार्यों में सिलिका उत्सर्जित होती है।
Silicosis Rog की रोकथाम के लिये नियोक्ता द्वारा किये जाने वाले उपाय:-
1. वायु में स्फटिक सिलिका की नियमि जाँच करना जिसके संपर्क में खनिक रहते हैं।
2. स्फटिक सिलिका के संपर्क को कम करने के लिये गीली खुदाई करवाना, सिलिका के निकास के लिये स्थानीय खुलाव करना तथा धूल के उत्सर्जन को कम करना।
3. कर्मचारियों को सुरक्षात्मक कपड़े, मास्क, फव्वारे आदि मुहैया कराना।
4. कर्मचारियों को सिलिका और उसके स्वास्थ्य पर होने वाले खतरे से आगाह करना।
5. कर्मचारियों को सुरक्षा के सामान के सही उपयोग हेतु प्रशिक्षण देना।
6. निर्देश चिह्नों का प्रयोग कर कर्मचारियों को सिलिका और उसके जोखिम से अवगत कराना।
7. समय-समय पर कर्मचारियों की स्वास्थ्य जाँच करवाना। सारे सिलिकोसिस पॉजिटिव मामलो की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देना।
इन उपायों को यदि हर नियोक्ता अपनाये तो हम सब मिलकर इस खतरनाक रोग को अपने समाज से दूर हटा पाएंगे और एक स्वस्थ समाज के निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे।
Silicosis Rog पीड़ित मरीजों के खाते में आएगी सहायता राशि:-
सिलीकोसिस बीमारी से पीड़ित मरीजों को अब सहायता राशि के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। सरकार की ओर से मरीजों के लिए ऑनलाइन व्यवस्था शुरू कर दी गई है। इसके लिए अब सीधा भुगतान खाते में कर दिया जाएगा। सरकार भामाशाह कार्ड के माध्यम से मरीज को 1 लाख रुपए क्षतिपूर्ति और निधन होने पर परिजनों को 3 लाख रुपए सहायता राशि देगी। इसमें डेढ़ लाख की एफडी और डेढ़ लाख रुपए खाते में जमा होंगे। मरीजों को श्रम विभाग, खनन विभाग और समाज कल्याण विभाग से भी सहायता राशि मिलेगी। सरकार की इन ऑनलाइन व्यवस्था से मरीजों को काफी राहत मिलेगी। वेरफिकेशन प्रमाण पत्र पेश नहीं करना पड़ेगा। सिलिकोसिस से लड़ने के लिए एनवायरमेंट एंड हैल्थ एडमिनिस्ट्रेशन बोर्ड के तहत हैल्थ फंड तैयार किया गया है।
Silicosis Rog पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना पात्रता एवं शर्ते:-
1.पंजीकृत निर्माण श्रमिक हिताधिकारी हों।
2.सिलिकोसिस से पीडि़त होना न्यूमोकोनियोसिस मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया गया हो।
3.हिताधिकारी को राजस्थान एनवायरमेन्ट एण्ड हैल्थ सैस फण्ड (रीहेब) से सहायता राशि प्राप्त नहीं हुई हो।
4.वे श्रमिक, जिन पर खान अधिनियम, 1952 के प्रावधान लागू होते हैं, वे सहायता राशि प्राप्त करने के पात्र नहीं होंगे।
सिलिकोसिस पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना हेतु आवेदन की समय सीमा:-
मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रमाण-पत्र दिये जाने से 6 माह तक तथा मृत्यु की दशा में मृत्यु की तिथि से 6 माह की अवधि तक।
Silicosis Rog पीडि़त हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज:-
1.मृत्यु होने की दशा में मृत्यु प्रमाण पत्र।
2.न्यूमोकोनियोसिस मैडिकल बोड का सिलिकोसिस संबंधी प्रमाण-पत्र।
3. हिताधिकारी पंजीयन परिचय पत्र या कार्ड की प्रति
4. भामशाह परिवार कार्ड या भामाषाह नामांकन की प्रति
5. आधार कार्ड की प्रति
6. बैंक खाता पासबुक के पहले पृष्ठ की प्रति
Silicosis Rog Registration Form 2025
Silicosis Rog Registration Form भरने के लिए सबसे पहले हम ई-मित्र या sso आइडी का उपयोग करेंगे। मेरे पास ईमित्र की आइडी है इसलिए मै EMITRA PORTAL से आवेदन की प्रक्रिया के बारे मै बताने जा रहा हूँ यही सैम प्रक्रिया आप SSO ID से भी कर सकते है ।

स्टेप-1 सबसे पहले हम EMITRA LOGIN करने के बाद Utility मै Silicosis Patient Registration की सर्विस को चुनेंगे ।


स्टेप-2 यहा आपको 4 सर्विस दिखाई देंगी जिनका अलग अलग काम है जिनके बारे मै नीचे बात दूंगा यह किस किस काम आती है,पहले नंबर की Patient Registration की सेवा का चयन करेंगे।


स्टेप-3 अब यहा जनाधार कार्ड नंबर डाल सर्च के आइकन पर क्लिक करेंगे इसके बाद मेम्बर की लिस्ट खुल जाएगी जो Silicosis Rog से पीड़ित है उसका चयन करेंगे ।


स्टेप-4 Silicosis Rog से पीड़ित व्यक्ति का फिंगर लगवाएंगे


स्टेप-5 फिंगर लाने के बाद आवेदक का डाटा शो करेगा, इसे एक बार चेक कर लेंगे (कोई कमी है तो उसे जनाधार कार्ड मै अपडेट कर के फिर आवेदन करेंगे)


स्टेप-6 यहा नॉमिनी को चुनेंगे जिसके बैंक खाते का विवरण देख लेंगे(ध्यान रहे आवेदक का व नॉमिनी का खाता बड़ा होना चाहिए जिसमे 5 लाख रुपये तक की लेनदेन हो सके,ज़ीरो बैलन्स वाला खाता प्रॉब्लेम देता है)


स्टेप-7 आवेदक का स्थायी पता व वर्तमान पता डाल देंगे


स्टेप-8 जिस जगह आवेदक ने काम किया है(खदान,कृशर,माइन फैक्ट्री) इसका चयन कर लेंगे, काम के हिसाब से फाइल नियोकता से ले लेंगे( अगर किसी भी ठेकेदार के यहा काम नहीं किया है तो सेल्फ घोषणा पत्र लगा देंगे जिसकी लिंक नीचे दी गई है) जिसके पास या मै काम किया है उसकी जानकारी एमपलॉयर डीटेल कॉलम मै भर देंगे।


स्टेप -9 ठेकेदार की जानकारी नीचे दिए गए कॉलमों मै भर देंगे, हेल्थ सेंटर की टाइप चुनेंगे उसके बाद जिस जगह चेकअप करवाना है उस जगह सरकारी चिकित्सालय का चयन करंगे।
सभी भरी गई जानकारियों की एक बार जांच कर लेंगे Silicosis Rog Registration के Form मै संशोधन नहीं किया जा सकता है,कृपया जांच कर फाइनल सबमिट कर देंगे


Silicosis Rog Registration Form की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद प्रिन्ट ले लेंगे जिसमें आवेदन संख्या व अस्पताल का नाम होगा


ध्यान रखने योग्य बाते-
- आप के जनाधार से रजिस्टर्ड मोबाईल जो Silicosis Rog Registration Form मै लगा है उस पर जांच के लिए एक संदेश आएगा। आपको दस्तावेज – जनाधार,आधार,Silicosis Rog Registration की पर्ची को साथ लेकर जाना है।
- अगर आपका आवेदन रिजेक्ट हो जाता है तो APEEAL करके फिर से आवेदन कर सकते है।
- यदि सिलकोसिस से पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु हो गई है जिसका पंजीकरण पुराने पोर्टल से किया था तो नॉमिनी के खाते मै 2.25 लाख रुपये के लिए आवेदन इसी ऑप्शन से किया जाता है।
- यदि इस नए Silicosis Rog Registration portal पर आवेदक का सर्टिफिकेट नहीं फेच होता है तो पुराने पोर्टल से बना हुआ सर्टिफिकेट यह से अपलोड़ करेंगे।
Silicosis Rog (Silicosis Disease) सहायता योजना से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)
Q1. सिलिकोसिस रोग क्या है?
Ans: यह फेफड़ों की एक गंभीर बीमारी है, जो सिलिका धूल के लंबे समय तक संपर्क में रहने से होती है।।
Q2. सिलिकोसिस रोग के लक्षण क्या हैं?
Ans: लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, थकान और सीने में दर्द इसके प्रमुख लक्षण हैं।
Q3. सिलिकोसिस से सबसे ज्यादा प्रभावित कौन होते हैं?
Ans: खदानों, पत्थर तोड़ने, निर्माण कार्य और पत्थर की धूल में काम करने वाले मजदूर सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।
Q4. सिलिकोसिस का इलाज संभव है क्या?
Ans: इसका स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन दवाइयों और सही देखभाल से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।
Q5. सिलिकोसिस पीड़ित हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना 2025 क्या है?
Ans: यह सरकार की योजना है जिसके तहत सिलिकोसिस पीड़ित और उनके परिवार को आर्थिक व सामाजिक सहायता दी जाती है।
Q6. इस योजना के लिए आवेदन कहाँ करें?
Ans: आवेदन संबंधित राज्य सरकार की आधिकारिक पोर्टल या ई-मित्र/CSC केंद्र से किया जा सकता है।
Q7. योजना के लिए पात्रता क्या है?
Ans: आवेदक सिलिकोसिस से पीड़ित होना चाहिए और चिकित्सीय प्रमाणपत्र होना अनिवार्य है।
Q8. रजिस्ट्रेशन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?
Ans: आधार कार्ड, मेडिकल रिपोर्ट, निवास प्रमाण, बैंक पासबुक और पासपोर्ट साइज फोटो।
Q9. क्या सिलिकोसिस पीड़ित के परिवार को भी सहायता मिलती है?
Ans: हाँ, पीड़ित के निधन की स्थिति में परिवार को सहायता राशि दी जाती है।
Q10. इस योजना के तहत कितनी आर्थिक सहायता मिलती है?
Ans: राशि राज्य सरकार द्वारा तय की जाती है, आमतौर पर लाखों रुपये तक की मदद मिलती है।
Q11. क्या आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से हो सकता है?
Ans: हाँ, आवेदन दोनों माध्यमों से किया जा सकता है।
Q12. आवेदन की प्रक्रिया क्या है?
Ans: पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें, दस्तावेज अपलोड करें और आवेदन जमा करें।
Q13. आवेदन करने के बाद स्टेटस कैसे चेक करें?
Ans: आवेदन संख्या डालकर पोर्टल पर स्टेटस आसानी से देखा जा सकता है।
Q14. योजना का लाभ किन्हें नहीं मिलेगा?
Ans: जिन्हें सिलिकोसिस की पुष्टि नहीं हुई है या गलत दस्तावेज़ प्रस्तुत करते हैं, उन्हें लाभ नहीं मिलेगा।
Q15. क्या महिला श्रमिक भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं?
Ans: हाँ, पात्रता शर्तें पूरी करने पर महिला श्रमिक भी आवेदन कर सकती हैं।
Q16. क्या सहायता राशि सीधे बैंक खाते में आती है?
Ans: हाँ, लाभार्थी के खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) से राशि भेजी जाती है। मरीज को 3 लाख रुपये और मृत्यु की स्थिति में परिजनों को 2.25 लाख रुपये सहायता दी जाती है।
Q17. क्या आवेदन निशुल्क है?
Ans: हाँ, आवेदन पूरी तरह निशुल्क है।
Q18. क्या किसी निजी अस्पताल से बने मेडिकल रिपोर्ट मान्य हैं?
Ans: केवल मान्यता प्राप्त सरकारी अस्पताल की रिपोर्ट मान्य होती है।
Q19. क्या इस योजना का लाभ अन्य बीमा योजनाओं से जुड़ सकता है?
Ans: हाँ, कई राज्यों में यह अन्य स्वास्थ्य बीमा योजनाओं से जुड़ा होता है।
Q20. आवेदन रिजेक्ट होने पर क्या करें?
Ans: आप कारण जानकर सही दस्तावेज़ों के साथ दोबारा आवेदन कर सकते हैं।
Q21. क्या इस योजना में भविष्य में नए अपडेट आते रहते हैं?
Ans: हाँ, राज्य सरकार समय-समय पर इसमें बदलाव और सुधार करती है।
Q22. Silicosis Rog योजना का लाभ कौन ले सकता है?
केवल पंजीकृत निर्माण श्रमिक, जिनकी बीमारी मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रमाणित की गई हो।
Q23. Silicosis Rog Registration की समय सीमा क्या है?
मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रमाण-पत्र मिलने के 6 माह के भीतर या मृत्यु के बाद 6 माह के भीतर।
Q24. Silicosis Rog Registration के लिए कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी हैं?
मृत्यु प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र, श्रमिक पंजीयन कार्ड, भामाशाह कार्ड, आधार कार्ड और बैंक पासबुक।
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सिलिकोसिस आवेदन (Silicosis Rog Registration) शपथ पत्र डाउनलोड लिंक
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