अगर आप एक csc या ई मित्र संचालक है तो आपने अकसर देखा होगा ग्राहक हमे सरकार को जाने वाली फोरम फीस को भी नहीं दे जाता है, आज कल की कहकर 1 साल या दो साल निकाल देता है जिससे हमे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है,
सरकार ने ग्राहक के लिए तो पैमाने रखे हुए है लेकिन हमारे लिए ऐसा कुछ नहीं किया है । जब भी हम ग्राहक को कॉल या मैसेज करते है तो उनका भी जबाब नहीं मिलता है, अगर मिलता है तो भी ये ही कहते कोनसा मोहल्ला/ग्राम/शहर/जिला/राज्य/देश छोड़ कर भाग रहा हूँ ।
ऐसे ही कुछ लोगों के बारे मै,मै यह पोस्ट लिख रहा हूँ जो लोग सिर्फ अपना फायदा सोचते है ,
मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है जो वाकई मै genune व्यक्ति है उसका फोरम रह ना जाए मै उसके फोरम को कभी भी नहीं रहने देता चाहे चाहे उसकी फी मुझे ही पे क्यों नहीं करनी पड़े ।
कुछ मुट्ठीभर व्यक्तियों की वजह से हर किसी व्यक्ति पर विश्वास करना संभव नहीं हो रहा है ............
उधारी पर शायरी- UDHARI-PAR-SHAYRI :-
उधार देने के बाद अपने ही पैसे भिखारी बनकर मांगने पडते हैं और उधार लेने वाला सेठ बनकर तारीख पर तारीख देता है बात कड़वी जरूर है पर सच्ची है।
उधार धन लेकर वापस ना करने वाले लोगो के लिए शायरी :-
- उधार लेने वाले लोग इतने बड़े बेशर्म होते हैं कि... आपके कई बार तकादा करने पर भी आपके सामने फकीर बन जाएंगे मगर इनकी मौज मस्ती में कोई कमी नहीं आएगी, परिवार के साथ घूमने जाएंगे, हर शादी मे व्यवहार देंगे दावत उड़ाएंगे, खुद की नशा पत्ती बीयर या दारू में कोई कटौती नही करेंगे पैसे वापस मांगों तो फिर फकीर बन जाएंगे यदि कोई आपके बुरे वक्त में आपकी आर्थिक मदद करता है तो आप का भी फर्ज बनता है कि उसके टोकने से पहले पैसे वापस कर दें।
- हिसाब बनाने के लिए मुनीम नहीं है। तगादा करने के लिए लड़के नहीं है। सुबह-शाम चक्कर लगाने के लिए वाहन नहीं है। बार-बार आपको फोन करें, इतना समय नहीं है। झगड़ा कर पैसा वसुले, हम गुहें नहीं है। आपकी पेशी का इंतजार करे मुजरिम नहीं है। समान देकर पैसा भूल जायें, कुबेर के रिश्तेदार नही है।
अधिक जानकारी फोटो पर क्लिक करने पर थोड़े दिन बाद दिखाई देने लग जायेगी
नोट- इस पोस्ट मै दी गई जानकारी व्यक्तिगत नहीं है ,किसी की भावनाओ को आहत करने का मेरा कोई उद्देशय नहीं है
रमपत हारामी ! rampat harami
हरामी का मतलब क्या है?
- हरामी एक उर्दू शब्द है जिसका अर्थ है वह जो हराम से पैदा हुआ हो , जो मेहनत किए बिना किसी के धन पर निर्भर हो उसे उसे हारामी या घोटाले बाज कहा जाता है । हराम का अर्थ पुराने जमाने मै भारत के राजाओ का शाही स्थान जहां वह अपनी पत्नियों और रखैलों। वैश्याओ को सुरक्षित अपने राजमहल में रखते थे ।
- हराम में सभी महिलाएँ पत्नियाँ नहीं होती हैं, कुछ केवल संपत्ति के अधिकार के बिना सैनिक पैदा करने के लिए होती थी , जबकि कुछ केवल मनोरंजन के लिए होती हैं। वे भी गलती से बच्चे पैदा कर लेती हैं.
- इसलिए हरामी का तात्पर्य एक ऐसे व्यक्ति से है जो गलती से राजा के हरम से एक महिला के साथ बाहर आ जाता है जिसका पूरा उद्देश्य राजा का मनोरंजन करना था। संक्षेप में, यह कमीने शब्द के अर्थ के बहुत करीब है।
- वर्तमान समय में, इस शब्द ने काफी अलग अर्थ भी ग्रहण कर लिए हैं, कोई व्यक्ति जो अपने व्यवहार से दुष्ट है, कोई व्यक्ति काफी घोटालेबाज है, कोई ऐसा व्यक्ति जो घोटाले बाजों को धोखा दे सकता है,जो व्यक्ति हमेशा झूठ का सहारा लेकर दूसरों को चुना लगाता है आदि।
- अपने दिए हुए पैसे वापस मांगते समय लोग सामने वाले व्यक्ति से यही आशा करते है कि वह व्यक्ति अपने वादे के मुताबिक समय पर रुपए वापस कर देगा पर आज के समय में 99% ऐसे लोग है जो केवल रुपए लेना तो जानते हैं पर वापस करना नही। इसीलिए इज्जतदार लोग लोग रुपये दे जाते है हरामी लोग उन्हे खाने की कोशिश करते है
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